अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले सकते हैं भज्जी
मुम्बई । आक्रामक बल्लेबाज युवराज सिंह के बाद अब टीम इंडिया के दिग्गज स्पिनर हरभजन सिंह भी जल्द ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह सकते हैं। भज्जी के नाम से लोकप्रिय हरभजन पिछले 3 साल से ज्यादा समय से टीम से बाहर हैं और उनकी वापसी की संभावनाएं भी समाप्त हो गयी हैं। ऐसी अटकलें हैं कि भज्जी भी बहुत जल्दी ही संन्यास की घोषणा कर सकते हैं। इसका कारण भी है।
इंग्लैंड में जुलाई 2020 में होने वाली नई लीग के प्लेयर्स ड्राफ्ट में हरभजन का नाम भी शामिल है। भज्जी इस ड्राफ्ट के लिए रजिस्टर होने वाले 165 विदेशी खिलाड़ियों में से एकमात्र भारतीय हैं। उन्होंने अपना बेस प्राइस 1 लाख पाउंड (88 लाख रुपए) रखा है। ऐसे में यदि उन्हें किसी टीम द्वारा लिया जाता है तो उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेना होगा क्योंकि बिन संन्यास के इस लीग में नहीं खेला जा सकता।
हरभजन भारतीय टीम के सबसे सफ़ल स्पिनर गेंदबाजों में से एक है। हरभजन ने भारत की तरफ़ से अपना पहला अंतराष्ट्रीय मैच 1998 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था और भारत की तरफ से वह ऐसे पहले गेंदबाज़ हैं जिन्होंने टेस्ट मैच में हैट्रिक ली है। हरभजन ने भारत के लिए 103 टेस्ट, 236 एकदिवसीय और 28 टी-20 मैच खेले है, जिसमे उन्होंने टेस्ट में 417 विकेट, एकदिवसीय में 269 विकेट और टी-20 में 25 विकेट ली हैं।