क्रिकेट के खेल के नियमों को जानें, दूसरे चरण में।

तो पांचवा लोग कहते हैं क्रिकेट के बैट के साइज के बारे में एक क्रिकेट का जो बैठा उसके डाइमेंशन फिक्स कर दिए। गए बैटरी छोड़ आयी वो एक सौ आठ एमएम से ज्यादा नहीं हो। सकती इसके अलावा बैठ के जो मोटाई है सबसे ज्यादा मोटा हो सकती है। मैक्सिमम सिक्स सेवेन एम इसके अलावा जो एज की मोटाई है वो चालीस रन से ज्यादा नहीं हो। सकती यह भी जो हैं फिक्स कर दिया गया है साथ ही साथ में बैठ है क्योंकि इसमें डीजल से बनेगा। ये सारे चीजे लॉस में आती है। और क्रिकेट बैट बनाने के लिए मेल गुट का ही यूज़ होता है। थोड़ा बहुत जो अलग से मेडिकल रबर वगैरह यूज़ होता है। हमारे हैंडल वगैरह में लो नंबर्स जो है वो बेस्ट है। क्रिकेट के ऊपर पिच की लंबाई जो बाईस गज होनी चाहिए, ट्वेंटी टू यार होनी चाहिए, इसके अलावा जो पीछे छोड़ आई है वो कम से कम दस फील होनी चाहिए, तो ये जो है डिफ़ाइंड है और ये जो एक्स फॉर्मेंट है हालाँकि अगर जो तक होती है। यानी की जो मीठ वाली पिच होती हैं। वो अवेलेबल नहीं है संचालित पेज का यूज़ किया गया है। तो उस केस में चोट आई है वो थोड़ी कम हो सकती है यानी लगभग छह बजे तो फिर भी होनी चाहिए और जो लंबाई है बाईस गई रहेंगी।
तो सात बजे रूल है वो रिलेटेड है क्रिस यानी की जो पिच होती है। उसके ऊपर जो लाइनें खींची होती हैं। दोनों के लाइन में यानी कि तीन समझा बड़े होते हैं। तो एक लाइन होती है उसको उनके बॉलिंग क्रीज़ जहाँ पर बैट्समैन होता। उसको बोलता बैटिंग रीज तो इनके बीच से लंबाई है वहीं पिछले लंबी होती है। जो कि वाइज होती है और जो क्रीन है उसकी जो लंबाई है वो फिक्स की गई तो बॉलिंग क्रीज़ होती है उसकी जस्ट आगे आता है। पॉपिंग क्रिस वॉक्स जो है वो होता है जहाँ से बोला बॉल फेंक सकता है यानी कि अगर पोप ग्रेगरी से बाहर बॉलर का पैर निकल गया तो बोलना बंद हो जाएगी जिसकी लंबाई जगह वन पॉइंट होती है। बॉलिंग क्रीज़ आगे तो ये जो है नम्बर सेवन के अंदर आता है। नंबर एक की अगर बात करें तो यहाँ पर आता विकेट से आने की जो सिस्टम सोते हैं स्टार्च की लंबाई है वो भी डिफ़ाइंड है जो कि उन्हें ठंडी इंच लंबाई है। जो इसे लेकर ऊपर तक की लंबाई अट्ठाईस इंच होनी चाहिए साथ ही साथ में टोटल छोड़ी उनकी नौ इंच होनी चाहिए।