धोनी के संन्यास को लेकर बने दो गुट, शास्त्री को आया गुस्सा
वर्ल्ड कप (World Cup) के बाद से ही एमएस धोनी (MS Dhoni) क्रिकेट से दूर हैं। क्रिकेट के गलियारों में इस समय उनके संन्यास की ही चर्चाएं चल रही हैं। धोनी के संन्यास को लेकर दो गुट बन गए हैं। एक जो उन्हें अभी तक मैदान पर देखना चाहता है व दूसरा उनका लोगों का, जो चाहते हैं कि धोनी क्रिकेट को अलविदा कह दें। संसार के सबसे पास विकेटकीपर कप्तानों में से एक धोनी अपने भविष्य को लेकर क्या करने वाले हैं, ये तो सिर्फ वहीं जानते हैं। लेकिन उनके भविष्य पर कई महान अपनी अपनी राय भी रख रहे हैं। वैसे तो भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) धोनी के समर्थन में आ गए व उन्होंने उन पर कमेंट करने वाले लोगों को जवाब देते हुए बोला कि जो लोग अपने जूते के फीते भी ठीक तरह से नहीं बांध पाते, ऐसे लोग धोनी पर बयान दे रहे हैं।
टाइम्स ऑफ इंडिया से वार्ता करते हुए रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने बोला कि पहले यह देखने की आवश्यकता है, उन्होंने देश के लिए क्या उपलब्धियां हासिल की। उन्हें समझ नहीं आता कि लोगों को इतनी क्या जल्दी है कि धोनी अब संन्यास ले लें। भारतीय कोच ने बोला कि शायद लोगों के पास बात करने के लिए कोई मामला नहीं बचा है। धोनी (MS Dhoni) को जानने वाले ये बहुत अच्छे से जानते हैं कि वह जल्द ही क्रिकेट से दूर हो जाएंगे। शास्त्री ने बोला कि जिस वस्तु को जब होना है, उसे तब ही होने दो।
धोनी जानते हैं,कब क्या करना है
भारतीय कोच ने बोला कि धोनी को लेकर खुद से बयान देना उनके प्रति असम्मान की भावना रखना है। 15 वर्ष देश के लिए खेलने वाले खिलाड़ी को पता है कि कब क्या करना ठीक है। कोच ने बोला कि जब धोनी ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा बोला था ताे उन्होंने ये बोला था कि ऋद्धिमान साहा (Wriddhiman Saha) को कीपिंग ग्लव्स सौंपने का यही समय आ गया है। रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने बोला कि जब भी टीम की बात आती है तो वह हमेशा अपनी योजना व विचार रखते हैं। उन्होंने बोला कि धोनी ने अपने खेल से यह अधिकार हासिल किया है कि वे खुद फैसला ले सकें कि उन्हें कब संन्यास लेना है।