IND vs SA: बुमराह की चोट से बढ़ी टीम इंडिया की चिंता
नई दिल्ली
टीम इंडिया को जिस बात का डर था आखिर वही हुआ। भारतीय टीम के फास्ट बोलिंग अटैक की अगुआई कर रहे जसप्रीत बुमराह को कप्तान विराट कोहली ने हाल ही में 'दुनिया में सबसे पूर्ण बोलर' बताया था। मंगलवार शाम को बुमराह की लोअर बैक में मामूली सा स्ट्रेस फ्रैक्चर दिखाई दिया और इसके चलते वह साउथ अफ्रीका के खिलाफ 3 मैचों की आगामी टेस्ट सीरीज से बाहर हो गए। बीसीसीआई के मुताबिक बुमराह की यह चोट रूटीन रेडियोलॉजिकल स्क्रीनिंग के दौरान उजागर हुई।
बुमराह की चोट मामूली लेकिन नहीं लेना चाहते रिस्क
बीसीसीआई ने जारी एक विज्ञप्ति में बताया कि अब बुमराह अपनी इस चोट से उबरने के लिए बीसीसीआई की मेडिकल टीम की निगरानी में नैशनल क्रिकेट अकैडमी (NCA) में रीहबिलिटेशन करेंगे। हाल ही में साउथ अफ्रीकी टीम के खिलाफ संपन्न हुई 3 टी20 मैचों की सीरीज से इस तेज गेंदबाज को आराम दिया गया था। हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया को सूत्रों ने बताया, 'बुमराह की चोट बहुत मामूली है लेकिन कोई भी जसप्रीत की चोट से कोई रिस्क लेना नहीं चाहता। उनकी लोअर बैक एरिया में कुछ खिंचाव है और यह जरूरी है कि उनकी इस चोट को करीब से मॉनिटर किया जाए। यही कारण है कि उन्हें आगामी टेस्ट सीरीज से आराम दिया गया है।'
इस ब्रेक से बुमराह को फिटनेस में होगा फायदा
समय के साथ ब्रेक मिलने से शरीर को सही आराम मिलता है। क्रिकेटर अब पूरे साल क्रिकेट खेलते हैं और यह शरीर के लिए बहुत कठिन काम होता है। एक खिलाड़ी को अब अलग-अलग फॉर्मेट में लगातार क्रिकेट खेलनी होती है इससे उनकी फिटनेस पर प्रभाव पड़ता है। ऐसे में इस ब्रेक से उन्हें फायदा होगा और चोट से उबरने में भी मदद मिलेगी।
बुमराह का अलग बोलिंग ऐक्शन उनकी इस चोट का कारण
बुमराह का असामान्य बोलिंग ऐक्शन है और जब भी मैदान पर वह बोलिंग करते दिखते हैं, तो लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचते हैं। हालांकि इसी बोलिंग ऐक्शन के चलते उन्हें कामयाबी मिल रही है और वह अपने छोटे रनअप के बावजूद बेहतरीन इनस्विंग के साथ-साथ ज्यादा पेस निकालने में कामयाब हो पाते हैं। लेकिन उनका यह ऐक्शन इस 25 वर्षीय युवा तेज गेंदबाज की बॉडी पर ज्यादा प्रेशर डालता है।
बोलिंग के दौरान बुमराह की लोडिंग और लैंडिंग से कमर पर पड़ता है जोर
बुमराह का बोलिंग ऐक्शन एक अलग ढंग का है, जिसमें वह बॉल फेंकने से पहले अपनी दोनों बाजुओं को खोलते हैं। इससे उनकी बॉल को अतिरिक्त पेस मिलता है, यह पेस गेंद का टप्पा पड़ते ही बल्लेबाज को छकाने के काम आती है। अब उन्होंने अपनी बोलिंग में एक और विविधता जोड़ ली है। बुमराह अब बल्लेबाज को कन्फ्यूज करने के मकसद से आउटस्विंग भी करा रहे हैं।
डेथ ओवरों में वह अपनी पेस और लेंग्थ में मिश्रण करते नजर आते हैं। सीम से मदद से की गईं यॉर्कर गेंदें करने की उनकी काबिलियत उन्हें हर फॉर्मेट में महत्वपूर्ण गेंदबाज बनाती हैं। वर्तमान में बुमराह आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में नंबर 3 और वनडे फॉर्मेट में नंबर 1 गेंदबाज हैं। लेकिन बोलिंग के दौरान बुमराह अपने सामने के पैर के बल पर लैंड करते हैं, इससे उनकी कमर के निचले भाग पर बहुत ज्यादा दबाव पड़ता है।